Wednesday, 22 February 2012

दिन में 12 बार बंद होता है फाटक

शहर के मुख्य बाजारों और चौराहों पर तो ट्रैफिक समस्या है ही, लेकिन शहरी रेलवे फाटक पर भी दिनभर लोगों को समस्या से दो चार होना पड़ता है। यहां फिरोजपुर और श्री मुक्तसर साहिब से 6 बार ट्रेन की आवाजाही होती है, जिसके चलते यह फाटक दिन में 12 बार बंद होता है। हर बार फाटक 10 से 15 मिनट के लिए बंद होता है, जिस कारण फाटक के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। इससे बस स्टैंड रोड और घंटा घर की ओर आने जाने वाले वाहन भी फंस जाते हैं। 
दो हिस्सों में बंटा शहर : फाटक के कारण शहर दो हिस्सों में बंटा हुआ है। एक ओर शहर का अधिकांश हिस्सा है तो दूसरी ओर मोहल्ला झूले लाल कॉलोनी, बिजली घर, नई अबादी के अलावा यह रोड बार्डर पर स्थित गांवों को जोड़ता है। खास तौर पर इस ओर सरकारी सीनियर सैकंडरी स्कूल, डीसी मॉडल स्कूल के अलावा अन्य स्कूल हैं। मुश्किल सुबह 9 बजे और दोपहर तीन बजे होती है। यह समय ट्रेन के आने जाने का होता है और इसी दौरान ही स्कूलों के खुलने व छुट्टी होने का समय होता है, जिस कारण विद्यार्थियों की भी कतारें लग जाती हैं। (लछमण)


i Love My Fazilka

Monday, 13 February 2012

फाजिल्का के 2500 घरों में बांटे डस्टबिन

राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए घर घर जाकर कूड़ा एकत्रित करने के प्रकल्प के तहत फाजिल्का के घरों में भी डस्टबिन वितरण का कार्य शुरू हो गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कूड़े से बिजली बनाने के प्रकल्प के तहत घरों से कूड़ा उठाने की मुहिम शुरू की है। इसका ठेका दिल्ली की जिंदल एंड कंपनी को दिया गया है। इस कंपनी के कारिंदे घरों में जाकर प्रतिदिन कूड़ा इकट्ठा करेंगे, जिससे बिजली बनाई जाएगी। उसी योजना के तहत कंपनी द्वारा ही सभी घरों में कूड़ा डालने के लिए डस्टबिन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
फाजिल्का में डस्टबिन वितरित कर रहे जलालाबाद के ठेकेदार शिवा धवन ने बताया कि अब तक फाजिल्का में 2500 घरों में डस्टबिन बांटे जा चुके हैं और जल्द ही पूरे शहर में वितरित किए जाएंगे।
Source -  jagran
Karan Chawla Fazilka


Wednesday, 14 December 2011

मैथ में कमजोर हैं तो इस खबर को पढ़ें, पलक झपकते ही बन जाएंगे 'उस्ताद'!

मैं चाहे ये करुं, मैं चाहे वो करुं, मेरी मर्जी। यह फार्मूला है और इसका नाम है गोविंदा रूल। इसके जरिए जोड़-घटाना, गुणा-भाग जैसी किसी भी क्रिया किसी भी माध्यम से किया जा सकता है। गणित के कुछ ऐसे ही मजेदार पहलू लेकर इस्पात नगरी आए हैं बिहार के शिवनाथ बिहारी।


उनका यह गोविंदा फार्मूला काफी फेमस है। जैसे गुणा को भाग से हल करने का नियम। कुछ इस अंदाज में- किसी भी संख्या को करना हो पांच से गुणा, फौरन कीजिए हाफ। पाकेट से ले आइए जीरो (0)। हो जाएगा यह पांच गुणा अपने आप। यानी 84x52=420 (यहां 84 का आधा 42 हुआ और आगे शून्य)। इसी तरह विषम संख्या के लिए भी सूत्र है। इसी तरह गुणा को आसान बनाने कहीं पे निगाहें, कहीं पे निशाना का सूत्र है। इससे पलक झपकते ही सवाल हल हो जाते हैं। वर्ग निकालने गांधीगिरी एवं डिवाइड एंड रूल के, वर्गमूल निकालने सहवाग का अपर कट। नियमों की ऐसी रोचक प्रस्तुति से बच्चे आकर्षित होते हैं। शिवनाथ बिहारी अध्यापन के इस अनोखे कौशल के कारण चर्चा में हैं।


सिविक सेंटर में आयोजित पुस्तक मेले में उन्होंने स्टाल लगाया है। वहां ब्लैक बोर्ड पर गणित के इन फार्मूलों को समझा रहे हैं। उनका कहना है कि गणित बोझ नहीं है। वे इसके जरिए अध्ययन-अध्यापन को आसान बनाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि वे अंग्रेजी में स्नातक हैं, लेकिन गणित के प्रति उनकी जिज्ञासा ने उन्हें जिंदगी का मकसद दे दिया है। फिलहाल मुंबई, कोलकाता, रांची और पटना में उनका बिहारीज पर्सनेलिटी डेवलपमेंट एंड गाइडेंस सेंटर चलता है।


अब तक 25 पुस्तकें : उन्होंने बताया कि उन्होंने गणित पर 8 एवं अन्य विषयों पर 17 पुस्तकें लिखीं हैं। पिछले 32 वर्षो में उन्होंने पूरे देश में लगभग 26,500 से भी अधिक व्याख्यान एवं कार्यशालाएं की हैं। उन्होंनें गणित को फिल्म, क्रिकेट, राजनीति और अध्यात्म से जोड़ने की कोशिश की है। उनका दावा है कि वे मिनटों में 100 तक पहाड़ा सिखा सकते हैं। कुछ ही देर में पूरा परीयोडिकटेबल याद करा सकते हैं।
i Love My Fazilka

इस मासूम लड़की के कारनामे हैं बड़े, पढ़ने के बाद चौंक सकते हैं आप

माओवादी हमले के बीच अपनी जान की परवाह किए बिना छोटे भाई अभिजीत की जान बचाने मूलत: नकुलनार की अंजली सिंह गौतम को गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह के दौरान राजधानी नई दिल्ली में राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल वीरता पुरस्कार प्रदान करेंगी। इस सत्र में यह पुरस्कार पानी वाली यह प्रदेश की इकलौती बहादुर बच्ची होगी।


शहर के एक सरकारी बंगले में कड़ी सुरक्षा के बीच रहने वाली करीब डेढ़ साल पहले 8 जुलाई 2010 की आधी रात दंतेवाड़ा के नकुलनार में इनके घर पर हुए माओवादी हमले में चारों तरफ से गोलियां चल रही थी। अंजली के छोटे भाई अभिजीत के पैर पर गोली लग गई थी। बिना हौसला खोए अंजली ने जख्मी छोटे भाई को कंधे पर लेकर बिना किसी की मदद लिए दौड़ कर अपनी व भाई की जान बचाई थी। अदम्य साहस को देखते हुए अंजली को राज्य वीरता पुरस्कार से इसी वर्ष नवाजा गया है।


बिनानी फाउंडेशन पुरस्कार के लिए भी चयनित हो चुकी है। अंजली अभी सरस्वती विद्या मंदिर में कक्षा 10 वीं में अध्ययनरत है। वह कहती है कि मुझे तो पहले मालूम ही नहीं था कि वीरता पुरस्कार भी दिया जाता है। मैने तो केवल अपने छोटे भाई की जान बचाई है जो मेरा फर्ज था।


डॉक्टर्स बने 'भगवान', बड़ी डिवाइस लगा बचाई बच्चे की जान
i Love My Fazilka

सीट बेल्‍ट पहनने के लिए कहा तो विमान में ही छाती पीटने लगे आसाराम बापू!

आध्‍यात्‍मिक गुरु आसाराम बापू की एक विमान के ‘क्रू’ सदस्‍यों के साथ नोकझोंक का मामला सामने आया है। बापू इंडिगो विमान से वडोदरा से दिल्‍ली आ रहे थे। सूत्रों के मुताबिक चेक इन काउंटर पर देरी से पहुंचने की वजह से उन्‍हें काउंटर पर तैनात कर्मचारी ने बोर्डिंग पास देने से इनकार कर दिया। इस पर बापू के समर्थकों ने हंगामा कर दिया जिसके बाद उन्‍हें बोर्डिंग पास दे दिया गया।

‘इंडियन एक्‍सप्रेस’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक घटना बीते 10 नवंबर की है। खबर के मुताबिक बोर्डिंग पास नहीं मिलने से नाराज आसाराम बापू ने पहले एयरपोर्ट पर हंगामा किया फिर विमान में सवार होने के बाद उन्‍होंने सीट बेल्‍ट पहनने से इनकार कर दिया। क्रू के एक सदस्‍य ने जब कहा कि सुरक्षा कारणों से सीट बेल्‍ट पहनना जरूरी है तो बापू छाती पीटने लगे और कहने लगे, 'बापू का अपमान हुआ'।

इसे लेकर विमान में सवार ‘क्रू’ सदस्‍यों के साथ उनकी नोकझोंक हुई। मामला इतना बढ़ गया कि विमान के पायलट ने दिल्‍ली एयरपोर्ट पर ‘एंटी-हाइजैक’ और अन्‍य सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के लिए अलर्ट कर दिया। हालांकि बाद में मामला सुलझ गया और पुलिस में इस बारे में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई।
बीते दस नवंबर को बापू इंडिगो की फ्लाइट 6ई 482 से वडोदरा से दिल्ली आ रहे थे। चेक इन काउंटर पर हंगामे के बाद बापू जब विमान में सवार हो गए तो क्रू सदस्य जिन्सी मैथ्यू ने बापू से सीट बेल्ट पहनने का आग्रह किया। बापू ने सीट बेल्ट तो नहीं पहनी बल्कि अपनी छाती पीटकर कहने लगे बापू का अपमान हुआ।
इस पर क्रू सदस्यों ने मामले की जानकारी पायलट को दे दी जिसने एयरपोर्ट पर सुरक्षा की मांग करते हुए अलर्ट जारी कर दिया। जिस समय विमान दिल्ली में इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर विमान के उतरने से पहले ही टारमैक पर सीआईएसएफ के जवानों को तैनात कर दिया गया। हालांकि दोनों पक्षों के समझौता करने के बाद अधिकारिक तौर पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।
पूरे मामले पर बापू के प्रवक्ता का कहना है कि यह विवाद एक क्रू सदस्य के बापू के करीबी सहयोगी आनंद शर्मा को वॉशरूम इस्तेमाल न करने देने को लेकर हुआ। आनंद ने लिखित में शिकायत की जिसकी एयरलाइन ने माफी मांग ली। वहीं एयरलाइन का कहना है यात्री उस समय वॉशरूम इस्तेमाल करना चाहते थे जब कॉकपिट को सर्व किया जा रहा था। सुरक्षा मानकों के तहत इस दौरान किसी भी यात्री को वॉशरूम इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होती है। i Love My Fazilka

Monday, 12 December 2011

इंटरनेट की दुनिया को पूरी तरह बदल देगी यह तकनीक

जी हां बिना डेटाकार्ड और वायर के इंटरनेट की कल्पना भी नहीं कि जा सकती लेकिन अब इस सपने को सच साबित कर दिखाया है भारत के एक युवा वैज्ञानिक ने जिन्होंने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर नई खोज ईजाद की है। जमशेदपुर के युवा वैज्ञानिक रणवीर चन्द्र सिंह तिवारी के मुताबिक देश में जहां-जहां दूरदर्शन की पहुंच होगी वहां लोग इंटरनेट का लाभ उठा सकेंगे इसके लिए किसी भी तरह के तार और डेटा कार्ड की जरुरत नहीं होगी जिस तरह दूरदर्शन बिना तार या डेटा कार्ड के चलता है वैसे ही अब इंटरनेट भी चलेगा।




वाई फाई सिस्टम की तर्ज पर चलने वाला यह सिस्टम दूरदर्शन के अनुपयोगी स्पेक्ट्रम की तरह काम करेगा। जमशेदपुर के वैज्ञानिक रणवीर सिंह अमेरिका के माइक्रोस़ॉफ्ट हेडक्वार्टर में बतौर रिसर्चर काम कर रहे हैं उनके इस नए सिस्टम ‘व्हाइट-फाइ’ को अमेरिका के फेडरल कम्यूनिकेशन कमीशन से मान्यता मिल गई है।



क्या है तकनीक



इस इंटरनेट डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की बदौलत पुराने दूरदर्शन जैसे चैनल उपलब्ध कराने वाले स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल किया जाएगा। लेकिन इसकी रेंज वाईफाइ से ज्यादा होगी। Fazilka

Saturday, 10 December 2011

जलेगी जेब: रसोई गैस के एक सिलेंडर के देने होंगे 700 रुपये

.महंगाई की मार से जूझ रही जनता की जेब अब रसोई गैसे की कीमत से जलेगी। सरकार रसोई गैस और केरोसिन की सब्सिडी खत्म करने की तैयारी में है। अगले साल पहली अप्रैल से सिलेंडर पर सब्सिडी खत्म करने की योजना बन चुकी है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी यूआईडीएआई के प्रमुख नंदन निलेकणी ने इस बारे में फॉर्मूला सरकार के हवाले कर दिया है।




इस फॉर्मूले के मुताबिक सब्सिडी का फायदा लोगों की कमाई के आधार पर मिलेगा। सरकार जिन लोगों को सब्सिडी के लायक मानेगी, उन्‍हें सब्सिडी का रुपया सीधे उनके बैंक खाते में जमा कर दिया जाएगा। बैंक खाता आधार संख्या से जुड़ा होगा।


सिलेंडर पर नकद सब्सिडी की पायलट परियोजना हैदराबाद और मैसूर में चल रही है, जबकि केरोसीन पर नकद सब्सिडी की पायलट परियोजना अलवर में चल रही है। इसे पहली अप्रैल से पूरे देश में लागू करने की योजना है। इसके लिए राज्य सरकारों को 31 मार्च तक तैयारी कर लेनी है। इससे पहले पेट्रोलियम और गैस पर बनी संसद की स्‍थायी समिति रसोई गैस पर सब्सिडी पूरी तरह खत्म करने की सिफारिश कर चुकी है। समिति की रिपोर्ट के मुताबिक जिनकी सालाना आमदनी छह लाख रुपये या इससे ज्यादा है उन्हें रसोई गैस पर सब्सिडी देना सरकार तुरंत बंद कर दे। साथ ही साथ, गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले परिवारों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन देने की स्कीम अगले 5 साल तक और जारी रखी जाए।



हालांकि फिलहाल पेट्रोलियम मंत्रालय ने एलपीजी गैस के सिलेंडरों का कोटा तय करने की योजना टालने का फैसला किया है। मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक आयकर अदा करने वाले लोगों के लिए साल भर में महज चार सिलेंडर ही रियायती दर (सब्सिडी के साथ) पर देने की बात कही जा रही है। प्रस्‍ताव के मुताबिक यदि चार से अधिक सिलेंडर की जरूरत पड़ी तो इसे बाजार के दाम पर लेना होगा। ऐसा होता है तो आम तौर पर अगर आप हर साल आठ से नौ सिलेंडर रिफिल कराते हैं तो आपका बजट 1100 से 1300 रुपये तक बढ़ जाएगा।


देश की राजधानी दिल्‍ली में एक सिलेंडर रिफिल कराने में करीब चार सौ रुपये लगते हैं जौ मौजूदा बाजार मूल्‍य से 260 रुपये कम है। इसमें सरकार और तेल कंपनियां सब्सिडी देती हैं।



मंत्रलाय ने पेट्रोलियम पदार्थों पर सब्सिडी की वजह से सरकारी खजाने का बोझ कम करने और सिर्फ जरूरतमंदों को ही सरकारी सब्सिडी का फायदा मिलना सुनिश्चित कराने के मकसद से ऐसा प्रस्‍ताव लाया था। सरकार का मानना है कि सस्‍ते सिलेंडर का कोटा तय करने पर हर साल करीब 12 हजार करोड़ रुपये की बचत हो हो सकती है। लेकिन अब मंत्रालय के आधिकारिक सूत्र बता रहे हैं कि इस योजना को कुछ समय के लिए ठंडे बस्‍ते में डाल दिया गया है।

फेसबुक ने आईआईटी-कानपुर के एक छात्र को 70 लाख रुपए सालाना के पैकेज की पेशकश की है।

इन दिनों यहां पर कैंपस प्लेसमेंट चल रहा है। आईआईटी-कानपुर के रजिस्ट्रार संजीव काशेलकर ने बताया कि एमटेक (कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग) के छात्र सिद्धार्थ अग्रवाल को इस पैकेज (लगभग 70 लाख रुपए) की पेशकश की गई है।

उन्होंने बताया कि फेसबुक ने दूसरे छात्रों को भी काफी अच्छे पैकेज दिए हैं, लेकिन अग्रवाल को मिला पैकेज अब तक का सबसे अधिक है। रजिस्ट्रार ने सही राशि का खुलासा नहीं किया। पिछले हफ्ते फेसबुक ने आईआईटी-खड़गपुर के एक छात्र को भी इसी तरह के पैकेज की पेशकश की थी। आईआईटी-कानपुर में प्लेसमेंट प्रक्रिया 2 दिसंबर को शुरू हुई थी।

इसमें 950 से अधिक ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट छात्र माइक्रोसॉफ्ट, जीई, इन्फोसिस और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियों में नौकरी पाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। पहले ही दिन 100 छात्रों को नौकरियों के प्रस्ताव मिले। इनमें से 15 छात्रों को माइक्रोसॉफ्ट ने लिया था। प्लेसमेंट प्रक्रिया शुरू होने के बाद से 400 से अधिक छात्रों के प्लेसमेंट हो चुके हैं। प्लेसमेंट प्रक्रिया में 200 कंपनियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। यह प्रक्रिया 22 दिसंबर को खत्म होगी।

Wednesday, 7 December 2011

रिलायंस का धमाका सिर्फ 3500 में बेचेगी टैबलेट कंप्यूट

जी हां मुकेश अंबानी की रिलायंस कंपनी जल्द ही 4जी टेक्नोलॉजी से युक्त इस टैबलेट को बाजार में उतारने जा रही है। रिलायंस कंपनी इससे पहले अगले साल के बीच में 4जी टेक्नोलॉजी शुरु करने की बात कही थी लेकिन अब कंपनी जल्द ही यह सेवा शुरु कर सकती है कंपनी इस सेवा को अपने 3500 रुपए के टैबलेट के साथ शुरु कर सकती है।


4जी टेक्नोलॉजी में डाटा ट्रांसफर की स्पीड 3जी टेक्नोलॉजी से कहीं ज्यादा होती है। यहीं नहीं कंपनी इस तकनीक को बेहद सस्ते में मुहैया करवाएगी। रिलायंस कंपनी एक जीबी डाटा के लिए सिर्फ 10 रुपए चार्ज करेगी जो मौजूदा 3जी तकनीक के चार्ज का दसवां भाग है। फिलहल मौजूदा टेलीकॉम ऑपरेटर्स 3जी तकनीक में 1 जीबी डाटा डाउनलोड के लिए 100 चार्ज कर रहे हैं।





आपको बता दें कि आरआईएल देश में इकलौती ऐसी कंपनी है जिसे पूरे देश में 4जी तकनीक का लाइसेंस मिला हुआ है कंपनी ने इसके लिए 13000 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।


i Love My Fazilka

इसे पढ़ने के बाद आप जान जाएंगे एक रुपए की ताकत को..

आगरा।आगरा की एक युवती ने इस पुरानी कहावत को सही साबित कर दिखाया कि बूंद-बूंद से समंदर बनता है। दो साल पहले उन्होंने 500 गुल्लक आगरा की इतनी ही दुकानों पर रखे थे और सभी से सिर्फ एक रुपये प्रतिदिन इसमें डालने का अनुरोध किया था। एक-एक रुपये कर आज उनके पास करीब ढाई लाख रुपये एकत्र हो चुके हैं।


उनका मकसद इन पैसों से एक ऐसे अस्पताल का निर्माण करना था, जहां गरीबों को उचित चिकित्सा सुविधा मिल सके। उनका यह सपना हालांकि अब तक पूरा नहीं हो सका है, लेकिन वह अपने इस प्रयास से पहले ही एक जिंदगी बचा चुकी हैं। यह कारनामा कर दिखाने वाली हैं आईटी पेशेवर सपना अग्रवाल, जिनकी उम्र अभी 30 साल भी पूरी नहीं हुई है।


सपना ने 'माले वेलफेयर सोसाइटी' नाम से अपना गैर-सरकारी संगठन बनाया और एक-एक सिक्के के रूप में मिले अनुदान को एकत्र करना शुरू किया। सपना ने कहा, "सिर्फ एक बूंद नाकाफी हो सकती है, लेकिन जब कई बूंद मिल जाती है तो वे बारिश की तरह खुशी व जीवन के लिए सहायक साबित होती हैं।"


सपना को इस काम की प्रेरणा दो साल पहले तब मिली थी जब उनके माता-पिता बीमार थे और शहर में खराब चिकित्सा व्यवस्था की वजह से उन्हें समुचित इलाज नहीं मिल पाया। इसके बाद उन्होंने आगरा में विश्वस्तीय अस्पताल बनाने का निर्णय लिया, जहां गरीबों को नि:शुल्क इलाज मिल सके।


उनका यह सपना हालांकि अब तक पूरा नहीं हो पाया है, लेकिन पिछले दो साल में एकत्र हुए करीब ढाई लाख रुपये से वह एक गरीब परिवार की युवती को बचा चुकी हैं, जो हृदय रोग की वजह से पिछले करीब आठ साल से बिस्तर पर थी। 20 वर्षीया कंचन के हृदय के बाल्व में गड़बड़ी थी। उसकी मां कमलेश बेटी को बचाने के लिए हर जगह गईं। लेकिन उन्हें मदद मिली तो सपना से।


सपना ने अपने गैर सरकारी संगठन के जरिये कंचन के इलाज के लिए वित्तीय सहायता मुहैया कराई। परिणामस्वरूप उसका ऑपरेशन हो सका। लेकिन बेटी को पूरी तरह ठीक रखने के लिए कमलेश को और पैसों की जरूरत है, जिसके लिए सपना ने लोगों से मदद का आह्वान किया है।
Fazilka

Tuesday, 6 December 2011

फेसबुक को चेतावनी- भारतीयों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बर्दाश्‍त नहीं...

नई दिल्‍ली. सोशल साइट्स, खास कर फेसबुक पर कंटेंट को लेकर दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्‍बल की आपत्ति की खबरें सामने आने के बाद सरकार ने सफाई दी है। उसका कहना है कि प्रधानमंत्री या कांग्रेस अध्‍यक्ष का नाम नहीं लिया गया था, बल्कि सोशल साइट्स पर देवी-देवताओं के अपमान का मसला उठाया गया था। सरकार इन साइट्स पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली टिप्‍पणियों से नाराज है।

सिब्‍बल ने आज नई दिल्‍ली में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि करीब तीन महीने पहले गूगल, याहू, जैसी साइट्स पर ऐसी तस्‍वीरें छपी जो हिंदुस्‍तान के किसी भी व्‍यक्ति को अपमानित करती हैं। ये धार्मिक लोगों की भावनाओं का खिलवाड़ है। सरकार ने इन कंपनियों के प्रतिनिधियों से रास्‍ता निकालने के लिए कहा। फिर 3 अक्‍टूबर को को पहली बार चिट्ठी लिखी गई। 19 अक्‍टूबर को रिमाइंडर भेजा गया लेकिन कोई जवाब नहीं आने पर 4 नवंबर को संचार सचिव ने इन प्रतिनिधियों को बुलाकर आपत्तिजनक तस्‍वीरों के मामले में कार्रवाई करने के लिए फ्रेमवर्क तैयार करने की सलाह दी।

उन्‍होंने कहा, ‘इन साइट्स के प्रतिनिधि हमारी कुछ मांगों पर मौखिक तौर पर राजी भी हुए। फिर सरकार ने 29 नवंबर को सुझाव मांगने के लिए मीटिंग बुलाई। लेकिन पांच दिसंबर को इन कंपनियों ने लिखित तौर पर साफ कर दिया कि वो हमारी बात नहीं मानेंगे।’ उन्‍होंने कहा, ‘देश की संस्‍कृति का सम्‍मान करना चाहिए। लोगों की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए। हम इस तरह का अपमान नहीं होने देंगे।’
कपिल सिब्‍बल ने प्रेस कांफ्रेंस में वो आपत्तिजनक तस्‍वीरें भी दिखाईं लेकिन देश की जनता के सामने इसे सार्वजनिक करने से बचते दिखाई दिए। उन्‍होंने कहा कि ऐसी तस्‍वीरों का प्रसारण करने की इजाजत न तो टीवी, प्रिंट या ऑनलाइन मीडिया में है। उन्‍होंने कहा कि सरकार सेंसरशिप में यकीन नहीं रखती है और सोशल मीडिया की आजादी में कोई दखल नहीं दी जाएगी। लेकिन ऐसी आपत्तिजनक तस्‍वीरें प्रसारित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोई भी संवेदनशील व्‍यक्ति इस मामले की गंभीरता को समझ सकता है।

सिब्‍बल ने मीडिया में आ रही इन खबरों का भी खंडन किया कि सरकार अन्‍ना हजारे के आंदोलन से डरकर सोशल मीडिया पर अंकुश लगाने की तैयारी में है।

अमेरिकी अखबार 'न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स' के मुताबिक केंद्रीय दूरसंचार और मानव संसाधन एवं विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और याहू के अधिकारियों की एक बैठक बुला कर कहा था कि धर्म से जुड़े लोगों, प्रतीकों के अलावा भारत के प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष जैसी राजनीतिक हस्तियों के खिलाफ अपमानजनक सामग्री की निगरानी करें। सिब्बल ने यह भी कहा कि निगरानी के लिए सिर्फ तकनीक पर निर्भर न रहें बल्कि इसके लिए लोगों को लगाएं (विस्‍तृत खबर रिलेटेड आर्टिकल में पढ़ें।

Monday, 5 December 2011

अगर आप जीमेल और फेसबुक इस्तेमाल कर रहे हैं तो पहले इसे पढ़ लें

जी हां अगर आप जीमेल का इस्तेमाल करते हैं या ब्लैकबेरी और एप्पल के स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए है दुनिया भर में बड़े-बड़े देशों की पोल खोलकर रख देने वाले जूलियन असांजे ने इन बड़ी कंपनियों पर आरोप लगाया है कि यह कंपनिया अपने ग्राहकों की जानकारी को खुल्लेआम बेच रही हैं जूनियन असांजे ने कहां कि मास सर्विलांस अरबो रुपए का बिजनेस बन गया है जिसमें यह कंपनियां किसी देश की गुप्तचर एजेंसी के लिए काम करती हैं और इन सूचनाओं के बदले इन्हें अरबो डॉलर मिलते हैं।







असांजे ने कहां कि कई कंपनियां मोबाइल के लिए अपने उपकरण बेचने के पीछे अपने जासूसी के उपकरण बेच देती है जिससे उपभोक्ता की सारी जानकारी इन कंपनियों तक पहुंचती रहती है जिसे यह आगे बेच देती हैं। उन्होंने कहा कि नोकिया सीमेंस की एक सब्सिडरी कंपनी ट्रोवीकर का इस्तेमाल बहरीन नागरिकों की जासूसी के लिए किया जाता था जिसके बाद इसपर काफी बवाल हुआ था नोकिया सीमेंस ने इस कंपनी को 2009 में बेच दिया था।







आपको बता दें कि जासूसी की इस लिस्ट में विकीलीक्स ने सिर्फ ब्लैकबेरी और आईफोन और फेसबुक पर यह आरोप लगाया है बल्कि उन्होंने जो लिस्ट जारी की है उसमें 160 कंपनियों के नाम है विकीलीक्स ने 287 पेज के अपने डाक्यूमेंट में इन कंपनियों का जिक्र किया है।

पागल है कैप्टन, इसलिए बुरा नहीं मानते : सुखबीर

देतवाल (लुधियाना). कैप्टन पागल है। इसीलिए वह कुछ भी कहें हम बुरा नहीं मानते। पंजाब में हुए विकास को अनदेखा करके गाली गलौच की भाषा का उपयोग करने वाले को पागल नहीं तो और क्या कहें? इन तीखे शब्दों के साथ पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर पर शब्दबाण छोड़े उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने। अवसर था देतवाल में आयोजित शिरोमणि अकाली दल की रैली। सुखबीर बादल ने इस रैली को पंजाब विकास यात्रा का प्रथम पढ़ाव का नाम देते हुए ऐलान किया कि शिअद विधानसभा चुनाव विकास के नाम पर ही लड़ेगा।

उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि अकाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की आय 35 हजार करोड़ से बढ़कर 76 हजार करोड़ रुपए हो गई। छात्राओं को साइकिल देना, आटा दाल स्कीम, राइट टू सर्विस एक्ट, किसानों के बिजली के बिल माफ करना, शगुन स्कीम व पेंशन स्कीम सरकार की उपलब्धियां हैं। अगर भूलवश भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आती है तो वह इन सारी सहूलियतों को बंद कर देगी। पंजाब में पेट्रोल महंगा होने के मुद्दे पर सुखबीर ने कहा कि केंद्र की टैक्स प्रणाली के कारण राज्य में पेट्रोल अधिक महंगा है।

विस चुनाव में अन्ना हजारे व बाबा रामदेव

का साथ लेने बारे पूछने पर शिअद अध्यक्ष ने कहा कि शिअद हरेक का साथ लेने का तैयार है। इससे पूर्व यूथ अकाली दल अध्यक्ष बिक्रम सिंह मजीठिया ने चिरपरिचित शैली में कांग्रेसियों को ललकारा तो अकाली दल में विलय की गई लोकभलाई पार्टी के अध्यक्ष बलवंत सिंह रामूवालिया विलय को सही ठहराने का प्रयास ही करते दिखे।

पंजाब के विकास का गुणगान करते हुए सभी वक्ताओं के निशाने पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ही रहे। यहां बता दें कि शनिवार को दाखा हल्के में ही अमरिंदर ने रैली के दौरान अकाली नेताओं को खूंडे (डंडे) से सीधा करने का बयान दिया था। आज की रैली में अकाली नेताओं पर अमरिंदर सिंह के बयान से पैदा हुई तलखी साफ दिखाई दी। आज की रैली में विधायक दर्शन सिंह शिवालिक, मनप्रीत सिंह अय्याली, जगदीश सिंह गरचा, गुरचरण सिंह ग्रेवाल, महेशइंद्र सिंह ग्रेवाल, पूर्व सांसद शरणजीत सिंह ढिल्लों आदि भी उपस्थित रहे।

Friday, 2 December 2011

11 वीं कक्षा के इन दोनों छात्रों ने ये क्या कर दिया!

ग्राम खड़मा स्थित हाईस्कूल से कंप्यूटर व अन्य सामान चुराने के आरोप में पुलिस ने स्कूल के ही दो छात्रों को गिरफ्तार किया है। वे खड़मा हाईस्कूल में ही कक्षा 11 वीं के छात्र हैं। पुलिस ने आरोपी छात्र के घर से कंप्यूटर सहित अन्य सामान बरामद कर लिया है। थाना प्रभारी रमेश मरकाम ने उसका नाम घनश्याम व यशवंत बताया है।


पुलिस के अनुसार उन्होंने 7 मई की रात अपने ही स्कूल का दरवाजा तोड़ कर कंप्यूटर, मानिटर, सीपीयू, प्रिंटर, यूपीएस, स्टेब्लाइजर्स, की-बोर्ड, माउस, ज्यामेट्री बाक्स चुराया और अपने घर ले गए। पुलिस ने कंप्यूटर सहित पूरा सैट यशवंत के घर से बरामद किया। घनश्याम ने बताया कि उन्होंने दो साल तक कंप्यूटर प्रशिक्षण लिया। गरीबी के चलते उनके परिवार के लोग उनके लिए कंप्यूटर नहीं खरीद सका। उसने यशवंत के साथ मिल कर यह चोरी की। पुलिस ने दोनों के खिलाफ 457 व 380 के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले को निपटाने में प्रधान आरक्षक नंदकुमार नेताम, राहुल सिंह, माधवलाल ने भी सहयोग किया।