Tuesday 27 September 2011

फाजिल्का की 27 कॉलोनियां अवैध घोषित

आरटीआई के तहत कालोनियों की स्वीकृति संबंधी मांगी गई जानकारी के तहत बठिंडा डेवलपमेंट अथॉरिटी बठिंडा ने फाजिल्का की 27 कॉलोनियों को अवैध घोषित कर दिया। इस खुलासे से कालोनियां काटने वाले व इन कालोनियों में प्लाट खरीदने वालों में हड़कम्प मच गया है। इस खुलासे के बाद इन कालोनियों को काटने वालों के विरुद्ध बीडीए ने मामला दर्ज करने के लिए शिकायत कर दी है।
कैसे हुआ खुलासा
खटीक मोहल्ला के आरटीआई कार्यकर्ता अमरनाथ चेतीवाल ने आरटीआई एक्ट के तहत बठिंडा डेवलपमेंट अथॉरिटी से फाजिल्का व इसके अधीन पड़ते क्षेत्रों में काटी गई कालोनियां संबंधी जानकारी मांगी थी। इस सूचना के तहत जानकारी दी गई कि फाजिल्का व इसके साथ लगते ग्रामीण क्षेत्र में काटी गई 27 कालोनियां अनधिकृत हैं। बीडीए द्वारा इन 27 कालोनियों को काटने वाले संचालकों के नामों का भी खुलासा किया गया है। इन अवैध कालोनी काटने वालों में भाजपा के पूर्व मंडलाध्यक्ष की पत्नी व एक वरिष्ठ अध्यापक का नाम भी शामिल है। सबसे अधिक अवैध कॉलोनियां गांव पैंचांवाली व रामपुरा की हद में काटी गई हैं।
कॉलोनी काटने के लिए शर्तें
कोई भी कालोनी से काटने से पहले कुछ नियम होते हैं जिन्हें पूरा करना होता है। सिविल इंजीनियर नवदीप असीजा के अनुसार कालोनी काटने से पूर्व रहने वाले लोगों के लिए पीने के पानी, पानी की निकासी, गलियां, नालियां, सीवरेज व पार्क का प्रबंध होना चाहिए। इसके अलावा कालोनी काटने से पूर्व कालोनी काटे जाने वाले स्थान के बारे में पुडा व अन्य संबंधित विभाग को लिखित रूप से बताना होता है, लेकिन इसके विपरीत बीडीए द्वारा अवैध घोषित की गई कालोनियों को काटते हुए इनमें से किसी भी शर्त को पूरा नहीं किया गया है।
प्रदेश सूचना आयुक्त सख्त
इन अवैध कालोनियां काटने वालों के विरुद्ध कार्रवाई संबंधी प्रदेश सूचना आयुक्त ने कड़ा रुख अपना लिया है और पीपीएस गिल व बीसी नामक दो वरिष्ठ अधिकारियों पर आधारित डिवीजन बैंच गठित कर दिया गया है। आरटीआई कार्यकर्ता चेतीवाल ने बताया कि उन्हें डिवीजन बैंच के दोनों अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए 27 सितम्बर को फिरोजपुर के जिला उपायुक्त कार्यालय में बुलाया गया है। (लछमण/पवन )

अज्ञात नंबर से मिस कॉल पर कॉल मत करें


फाजिल्का त्न अगर आप के मोबाइल पर अज्ञात मिस कॉल आए तो उसे कॉल बैक मत करना। नहीं तो आपके मोबाइल से बैलेंस सैकंडों में उड़ सकता है। फाजिल्का जिला में तो बीएसएनएल के कई उपभोक्ता अपना बैलेंस गंवा चुके हैं और लगातार उन्हें चूना लग रहा है। इस बारे में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के उपभोक्ता अविनाश चंद पुत्र खुशहाल चंद ने विभाग व पुलिस से शिकायत की है। इसमें उसने बताया कि उसके मोबाइल नंबर 96092-78553 से आने वाली मिस कॉल काफी परेशान करती है। शुक्रवार को भी जब मिस कॉल आई तो उसने अपना परिचित समझकर कॉल बैक किया। उसकी 20 सेकंड बात हुई और जवाब में बताया गया कि सिम कार्ड प्राप्त करते समय आपने आईडी नहीं दी। जब बैलेंस चेक किया तो उसे 30 रुपए का चूना लग चुका था। इस बारे में उन्होंने एसएसपी फाजिल्का और क्राइम ब्रांच को भी शिकायत की है। उन्होंने कहा कि उसे 96098-95171, 96098-95018, 96098-95225 नंबरों से भी मिस कॉल आ रही हैं। इससे वह काफी परेशान हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर न्याय नहीं मिला तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।
अधिकारियों को लिखा
इस बारे में बीएसएनएल के जिला शिकायत निवारण कमेटी के सदस्य लीलाधर शर्मा ने बताया कि उन्हें पहले भी कई ऐसी शिकायतें आ चुकी है और वह इस मामले का बैठक में उठा चुके हैं। इसके अलावा शिकायतें अधिकारियों से भी कर चुके हैं। बीएसएनएल के अधिकारी कीर्ति मित्तल के मुताबिक विभाग भी इन मिस कॉलों से परेशान है। इस बारे में पहले भी कई शिकायतें आ चुकी है। उन्होंने कहा कि 960 वाली मिस कॉल पर कॉल बैक न करें।