Saturday 3 September 2011

फाजिल्का में यूआईडी कार्ड बनाने का कार्य

फाजिल्का .भारत सरकार की तरफ से आम आदमी की पहचान को एक व्यापक रूप देने के लिए आधार यूआईडी के तहत विशेष प्रकार के पहचान पत्र बनाने के वार्ड स्तर पर शुरू किए गए कार्यक्रम के तहत बुधवार को वार्ड नंबर 6, 8, 10 व 13 में यूआईडी कार्ड बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया। वार्ड नंबर 6 में लगने वाले शिविर का शुभारंभ पार्षद डा. रमेश वर्मा, वार्ड नंबर 8 में पार्षद अरुण वधवा, वार्ड नंबर 10 में पार्षद रविंद्र भठेजा व वार्ड नंबर 13 में नगर परिषद अध्यक्ष अनिल कुमार सेठी ने किया। सेठी ने कहा कि इस विशेष पहचान पत्र का बहुत महत्व है और इस कार्ड को प्रत्येक व्यक्ति को बनवाना चाहिए। सेठी ने बताया कि नगर में चल रहे शिविरों में यूआईडी कार्ड प्रतिदिन सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक बनाए जाएंगे। इस कार्ड को बनवाने के लिए रसोई गैस कार्ड की कॉपी तथा पहचान के रूप में राशन कार्ड, वोटर कार्ड, पासपोर्ट अथवा किसी बैंक में खाते की कॉपी की प्रति लगाई जा सकती है
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प्रशासन के साथ अन्य संगठन भी जुटे राहत कार्य में

बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को निकालने आए एनडीआरएफ के जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए डीसी बसंत गर्ग, एडीसी चरन देव सिंह मान, एनडीआरएफ के कमांडेंट आरके वर्मा भी मौके पर पहुंचे। फोर्स के 21 जवानों सहित इंस्पेक्टर यशपाल व सब इंस्पेक्टर सुनील खुन्नू के नेतृत्व में माल विभाग के रैप रेशम लाल छाबड़ा, फोर्स के राजपाल सिंह और बृज मोहन आदि ने बाढग़्रस्त ग्रामीणों की सहायता की। इसके अलावा धार्मिक और राजनीतिक संगठन भी लोगों की सहायता में लगे हुए हैं।
सच्चा सौदा मिशन ने शुरू किए राहत शिविर : बाढ़ में घिरे ग्रामीणों की सहायता के लिए डेरा सच्चा सौदा मिशन की ओर से गांव झंगड़ भैणी में स्थायी राहत शिविर शुरू कर दिया गया है। राहत के लिए बुधवार को गांव रेते वाली भैणी, गुलाबा भैणी, राम सिंह वाली भैणी और आसपास की ढाणियों के ग्रामीणों को लंगर व मवेशियों के लिए हरा चारा वितरित किया गया। इसके अलावा सेवादारों की ओर से गांव को पानी से बचाने के लिए बांध बनाने का कार्य भी जारी रहा। ब्लाक कांग्रेस कमेटी शहरी और देहाती द्वारा पूर्व विधायक डॉक्टर महेंद्र रिणवां ने नेतृत्व में बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों के मवेशियों के लिए हरा चारा नई अनाज मंडी से रवाना किया। इस अवसर पर यूथ कांग्रेसी नेता सिद्धार्थ रिणवां, देहाती अध्यक्ष देस राज जंडवालिया, शहरी अध्यक्ष सुरिंदर कालड़ा, रोहित रिणवां, गोपी राम पूर्व सरपंच, संदीप धूडिय़ा, हरमिंद्र सिंह दुरेजा, अशोक वाट्स, बाऊ राम पार्षद, डॉक्टर केके सेठी महासचिव, योगेश शर्मा, रिंपल धमीजा, शैंक पांडे, योगराज, अशोक सोनी, काली चौधरी, कुनाल, करण, अशोक नागवंशी, प्रिंस, कृष्ण आदि हाजिर थे। डॉक्टर रिणवां ने प्रभावित गांवों में लोगों को बांध की सुरक्षा के लिए डीजल भी मुहैया करवाया।
सड़क के साथ बने गड्ढे : गांव धरमू वाला, सुखेरा बोदला, फत्तूवाला और लाधूवाला की रेत खदानों में गहरे गड्ढ़े पड़ गए है। मंगलवार रात आई बरसात से खदानों से निकट से गुजरना मुश्किल हो गया है। गुरदीप सिंह, खुशियां बाई, बूढ़ सिंह, जोगिन्द्र सिंह, कुलदीप सिंह, सुनील कुमार और मुंशी राम ने बारिश से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजे की मांग की।
डीसी ने संस्थाओं से की बैठक
बाढ़ पीडि़तों की सहायता के लिए आज डीसी बसंत गर्ग व एडीसी चरन देव सिंह मान ने समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों से बैठक की। इस मौके पर उन्होंने बाढ़ पीडि़तों की सहायता की लिए आगे आने की अपील की। मौके पर अर्जुन देव, अश्वनी कुमार, जतिंदर सिंह, सुभाष चंद्र, नत्थू राम, शाम लाल, अशोक कुमार, विनीत कुमार, सुरिंदर कुमार आदि मौजूद थे।
40 गांवों के लोग अभी नहीं जुड़ पाए एक-दूसरे से
मंडी लाधुका के निकट ड्रेन का पुल को जोडऩे के लिए ठेकेदारों की ओर से आज तीसरे दिन भी कोई प्रयास नहीं किया। जिस कारण 40 गांवों के लोग शहरों से टूटे रहे। रंगीला गांव के पूर्व सरपंच कर्म सिंह, ज्ञान सिंह, एससी बीसी कर्जामुक्ति संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव भगवान दास इटकान, मास्टर हंस राज और गुरपिंद्र सिंह आदि ने प्रशासन से संपर्क जुडऩे तक कश्ती की मांग की है

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ट्यूबों की कश्ती ही 40 गांवों का सहारा

सतलुज दरिया के जलस्तर में दो-तीन से गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन पाकिस्तान का बूढ़ा दरिया अभी भी तबाही का कारण बना हुआ है। इसी बाढ़ के चलते लाधुका डे्रन का पुल टूटने के बाद 40 गांवों के लिए ट्यूबों की कश्ती ही सहारा है। क्षेत्र की समाजसेवी संस्थाएं, राजनेता और धार्मिक संगठन बाढ़ पीडि़त लोगों को राहत पहुंचाने में लगे हैं। शुक्रवार को डीसी, एडीसी और दूसरे विभागों के अधिकारियों ने भी प्रभावित लोगों की समस्याएं जानी।
बाढग़्रस्त गांवों गांव तेजा रूहेला, गुलाबा भैणी, झंगड़ भैणी, महातम नगर, गट्टी नंबर एक दौरे के अलावा डीसी डॉक्टर बसंत गर्ग ने राहत शिविरों का निरीक्षण भी किया और खाद्य पदार्थों, मेडिकल सुविधाएं व पशुओं के तूड़ी व हरे चारे की जानकारी ली। इसके अलावा बीएसएफ की बीपीओ जीजी वन पर 51 बटालियन के इंस्पेक्टर हवा सिंह से बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। डीसी ने बताया कि प्रभावित फसलों की गिरदावरी के बाद मुआवजा दिया जाएगा। इस मौके पर एडीसी चरन देव सिंह मान, सीतो गुन्नो के नायब तहसीलदार जगमेल सिंह, एसडीओ मंडीकरण बोर्ड गुरमीत सिंह, तेजा रूहेला में पंच बलविंद्र सिंह, शैल सिंह, जगतार सिंह, रेशम सिंह, देस सिंह, जोगिंद्र सिंह आदि मौजूद थे।

 

 

 
 
 

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